सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हाल ही में हुई नृशंस हत्या हमें ये संदेश देने के लिए काफी है की इस देश में क्या माहौल चल रहा है।
कुछ दिनों पहले जब जेएनयू की दीवारों पर लिखा गया था कि, “ब्राह्मण बनिया भारत छोडो” तब सुखदेव जी गोगामेड़ी ने दहाडते हुए कहा था कि, “ब्राह्मण बनिया को भारत छुडवाने वालो को पहले क्षत्रियों की तलवारों से गुजरना होगा”
सनातन के रक्षक सनातन शिरोमणि भगवा के रक्षक बहुत सारे मुगलों की आंखों में भी खटक रहे थे, पाकिस्तान से भी धमकियां आ रही थी। कारण गोगामेड़ी जी सनातन को मजबूत कर रहे थे, बहुत बड़े स्तर पर, सनातन को समाप्त करने की कड़ी में यह हत्या हुई है।
राजस्थान में कांग्रेस की हार के तुरंत बाद इस तरह की घटना होना वहां की निवर्तमान सरकार को भी शक के दायरे में लाता है। जाट भी नाराज थे। सीबीआई, एनआईए से इसकी गहन जांच होनी चाहिए तभी सच्चाई बाहर आएगी।
गहलोत सरकार ने सुरक्षा नहीं दिया, कारण मुसलमानो का वोट बैंक। लगता है कि ये लोग यही चाहते हैं कि चुन चुन कर भारत के सभी हिंदुओं के बड़े नेताओं को मार दिया जाए, ताकि भविष्य में इस्लामिक देश बनाने मे आसानी हो।
क्षत्रियों को आदिकाल से आज तक षड्यंत्रों द्वारा हराया और मारा गया है। एक बार जरुर ध्यान से सोचें कि समाज में हर कोई क्षत्रिय जैसा उपाधि चाहता है लेकिन क्षत्रिय किसी को पसंद नही, क्योंकि किसी को अपने ऊपर शासन करने वाला पसंद नही होता। आज क्षत्रियों के विरुद्ध राजनैतिक और सामाजिक षड्यंत्र चल रहा है कि इन्हें सत्ता और प्रभाव से कैसे दूर रखा जाए और हमें नष्ट करने में प्रयोग हमारे क्षत्रिय समाज के ही चंद लोग किए जाते हैं और पूरा क्षत्रिय समाज मौन रहता है। धीरे धीरे आज हमारी, कल तुम्हारी बारी आती है।
कभी आपने देखा किसी दूसरे समाज के विरुद्ध अगर किसी ने कुछ किया या बोला तो उसका पूरा समाज एकजुट होकर अपनी मांगे मगवाने तक आंदोलन करता है और किसी से ना तो डरते हैं और ना ही संकोच करते हैं कि कौन क्या कहेगा और क्या सोचेगा। जिसकी वजह से उनकी सारी मांगे मानी जाती है और आगे उनके विरूद्ध कोई और नहीं बोलता।
आज एक बार फिर क्षत्रिय के नाम पर एक राजपूत संगठन के मुखिया को दिनदहाड़े गोली मार दी जाती है और पूरा समाज मौन होकर देख रहा है कि क्षत्रिय समाज क्या कर सकता है। बहुत से लोग अपमानजनक टिप्पणियां भी कर रहें हैं।
आज समाज का सबसे मजबूत संदेश सोशल मीडिया द्वारा दिया जाता है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई है और चंद क्षत्रिय भाई ही सोशल मीडिया से सड़क तक संघर्ष कर रहे हैं, परंतु इससे कुछ खास नहीं होने वाला है जब तक पूरा क्षत्रिय समाज बाहर नहीं आयेगा।
आप अगर सड़क से सदन तक नहीं लड़ सकते तो आप सभी रक्तवंशी अपने अपने सोशल मीडिया द्वारा और अन्य माध्यमों से अपने समाज के लिए न्याय और सम्मान के लिए सामने आइए। सभी के सोशल मीडिया पर न्याय की लड़ाई जरूर हो।
अगर जिनके डीएनए और रक्त वाहिनियों में क्षत्रिय रक्त नही हो वो घर में मुंह छुपाके बैठ सकता है लेकिन जब ऐसे नामर्दों पर कोई अत्याचार होगा उस समय उनके साथ कौन खड़ा होगा जरूर सोचें।
आओ एक बार अपने पूर्वजों और शूरवीरों को याद कर एक कदम आगे बढ़ाते हैं अपने रक्तवंशियों के लिए। अगर आपने हुंकार भरी तो सुखदेव सिंह के असली हत्यारे और षड्यंत्रकर्ता दंडित होंगे और कोई दूसरा किसी क्षत्रिय के विरुद्ध षडयंत्र नही करेगा।
आज आपके वजूद की लड़ाई है, सभी साथी एक साथ अपने विभिन्न माध्यमों से आवाज उठाएं ताकि हत्यारों को फांसी हो और षड्यंत्र करने वाले बेनकाब हों।
याद रखें, जो कौम अपने हक और इंसाफ के लिए लड़ना नहीं जानती उसका अस्तित्व ही एक दिन दुनिया से मिट जाता है।
जय भवानी!!
जय राजपूताना!!