पिछले दिनों Google के 28 कर्मचारी Google सीईओ के दफ्तर पहुंचे और कहा कि Google इजराइल (Israel) के साथ अपने सभी कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दे वरना हम कॉन्ट्रैक्ट रद्द होने तक ऑफिस में ही धरना देंगे.
ये 28 कर्मचारी भूल गए कि ये भारत नहीं है जहां भौंकने की पूरी आजादी है, ये USA है. Google ने तुरंत सभी 28 कर्मचारियों को न सिर्फ नौकरी से निकाल दिया बल्कि उनके ग्रेच्युटी आदि सभी लाभ भी जब्त कर लिए.
उन पर सेवा अनुबंध तोड़ने और अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया और उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज कराए गए.
अब ये सभी 28 कर्मचारी माफी मांग रहे हैं कि उनसे गलती हुई है और उन्हें माफ कर दिया जाए.
Google ने इन 28 कर्मचारियों को लेकर अमेरिकी श्रम विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि हमने उन्हें जो H1B वीजा दिया था, उसे रद्द किया जा रहा है और उन्हें उनके देश भेज दिया जाए.
Google की नौकरी से बाहर निकाले गए गए ये कर्मचारी Google का इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका दावा है कि प्रोजेक्ट निंबस (Project Nimbus) में शामिल है.
प्रोजेक्ट निंबस एक 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत का प्रोजेक्ट है, जो Israel सरकार के साथ किया है. इसमें Amazon भी शामिल है.