Vinesh Phogat के Olympic से बाहर होने पर लोगों ने सोशल मीडिया पर ये क्या-क्या लिख दिया?

vinesh phogat news in hindi: भारतीय रेसलर Vinesh Phogat पेरिस Olympic से बाहर हो गई हैं। बुधवार सुबह Vinesh का वजन उनकी तय कैटेगरी 50kg से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद Olympic Association ने उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।

अब Vinesh Phogat बुधवार रात होने वाला 50 kg कैटेगरी की Women’s Wrestling का फाइनल नहीं खेल सकेंगी। उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। सबसे मुश्किल बात यह है कि इस फैसले के खिलाफ अपील भी नहीं की जा सकती। Vinesh Phogat पहली बार 50 kg कैटेगरी में खेल रही थीं। इससे पहले वे 53kg में खेलती थीं।

अपने देश में हर बात में राजनीति करने वालों ने एक खेल को भी मज़ाक बना दिया. कल से meme चल रहे हैं, राजनीति की जा रही है. अरे भाई Vinesh Phogat Olympics गई है, अंतराष्ट्रीय प्लेटफार्म है, वहाँ तो एक होकर उसका समर्थन कर लेते. लेकिन नहीं, इन्हे तो अपनी राजनीतिक रोटियां सेकनी हैं, इन्हें TRP लेनी हैं, Twitter impression लेने हैं.

सोशल मीडिया पर लोग Meme ऐसे डाल रहे थे, जैसे Vinesh Phogat वहाँ बृजभूषण शरण सिंह से लड़ रही थी. कोई पूछ रहा था मोदी जी कैसे फोन करेंगे कैसे आँख मिलाएंगे. कोई कह रहा है दबदबा रहेगा, कोई जाट जाति के नाम पर Impression ले रहा है, कोई किसान के नाम पर. उधर महावीर फोगाट इसे तमाचा बता रहे थे.

Olympic से बाहर होने से पहले Vinesh Phogat के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा था, ‘पहली फाइट में वर्ल्ड चैम्पियन युई सुसाकी को हराकर ही विनेश गोल्ड मेडल की दावेदार बन गई थी। इस बार पूरी उम्मीद है कि विनेश गोल्ड मेडल लेकर आएगी। विनेश ने जो कर के दिखाया है, यह बृजभूषण शरण सिंह के मुंह पर तमाचा है। बृजभूषण हराने के लिए पीछे लगा हुआ था, लेकिन विनेश की मेहनत रंग लाई है।’

इन सबके बीच लोग ये भूल गए कि यह कोई युद्ध नहीं है, खेल है, जो कहनी सुननी है, Vinesh Phogat जब medal जीत कर आती तब अपने देश में कर लेते, लेकिन नहीं. अब हो गई Disqualify अब क्या कहोगे?

कुछ नमूने कह रहे हैं इसमें भी मोदी का हाथ है. हाँ जी, मोदी ने फोन किया था Vinesh Phogat को, जिससे वो ख़ुशी से फूल गई और 100 gm वजन बढ़ गया. ना ना मोदी ने Weighing Machine ही हैक करवा दी थी, उसमें इजराइल की कंपनी का software लगवा दिया था, उससे 100 gm वजन बढ़ा दिया.

Vinesh Phogat के पेरिस Olympic से बाहर होने के बाद अपने देश में बहुत से लोग सोशल मीडिया पर ऐसे ही वाहियात टाइप के Logic दे रहे हैं. एक अच्छे खासे खेल का सत्यानाश करके रख दिया है ऐसे लोगों ने. अरे भाई हर बात में पॉलिटिक्स अच्छा नहीं लगता.

बता दें कि मंगलवार सुबह Vinesh Phogat का वजन 49.9 किलोग्राम था, यानि 50 किग्रा में हिस्सा लेने में कोई दिक्कत नहीं थी. मंगलवार को Vinesh Phogat ने Semifinal मुकाबला जीता.

मंगलवार रात Vinesh Phogat का वजन 52.7 किग्रा पाया गया. इसे कम करने के लिए Vinesh ने पूरी रात कोशिश की, कुछ खाना तो दूर पानी तक नहीं पिया. हेयर कट कराया, ब्लड दिया. Vinesh का वजन सुबह तक 2.6 किग्रा कम भी हुआ लेकिन वजन तय सीमा से फिर भी 100 ग्राम ऊपर रहा. ऐसे में वो Final से पहले Disqualify हो गईं.

अब सवाल उठता है जब वजन कम नहीं हो रहा था तो क्या चोट या तबीयत बिगड़ी दिखा देते तो Vinesh Phogat को Silver Medal मिल जाता?

जानिए इस पर नियम क्या कहते हैं?

Day 1, Day 2 दोनों दिन सुबह वजन देना ज़रूरी होता है, जैसे Vinesh Phogat के लिए मंगलवार और बुधवार.

Day 1 यानि मंगलवार रात तक इंजरी या तबीयत ख़राब होने से Vinesh Phogat नाम वापस ले लेतीं तो उन्हें Day 2 की सुबह यानि बुधवार को वजन देने की अनिवार्यता नहीं रहती. ऐसी स्थिति में Vinesh Phogat को Silver Medal पक्का मिल जाता.

क्योंकि Day 1 पर ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई इसलिए Day 2 पर वजन देना अनिवार्य हो गया. अगर Day 2 सुबह इंजरी जैसी सूचना दी भी जाती तो भी वजन अनिवार्य होता और आपके पिछले सारे स्कोर या जीता मेडल शून्य मान आपको सभी प्रतिस्पर्धियों में आख़िरी रैंकिंग दी जाती.

ऐसे में इन दो सवालों के जवाब जानना बहुत ज़रूरी है :

सवाल नंबर 1

मंगलवार सुबह Vinesh Phogat का वजन 49.9 किग्रा था तो रात तक 2.8 किग्रा बढ़ कर 52.7 किग्रा कैसे हुआ? कौन था इसके लिए ज़िम्मेदार?

सवाल नंबर 2

अगर मंगलवार रात तक 2.7 किग्रा वजन बढ़ गया था तो उसी दिन इंजरी या अन्य कोई कारण बता नाम वापस क्यों नहीं लिया? ऐसे में Silver Medal तो पक्का होता.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Vinesh Phogat का सामान्य वजन 57 किग्रा के पास रहता है, स्पर्धा के दिनों के लिए वो इसे तय वजन तक ले आती हैं, पहले वो 53 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेती थीं लेकिन Paris Olympic के लिए 50 किग्रा वर्ग के लिए तैयारी की.

खेलों की दुनिया सोशल मीडिया, आंदोलन और राजनीति से नहीं चलती, वह नियम कायदों से चलती है. यह ओलंपिक है, इसमें नियम सभी खिलाड़ियों के लिए एक समान है. खेल को खेल नियम ही भव्य व उत्तम बनाता है. खेल और खेल के नियमों का सम्मान करें.

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