हैप्पी होली

रंग भरे प्रीत और रीत के पावन प्रतीक रंगोत्सव, बसंतोत्सव की अंजुरी भरी-भरी बधाई!
हम सभी भाग्यशाली हैं कि आज फिर हमें और हमारी बेरंग हो चुकी उमंगों को रंगीन बनाने हेतु नवीन अपनापन लिए, असख्य मित्रवत हाथों नें हम एक-दूजे के तन-मन पर  रंगोली बना, हमारी संस्कृति और मृदुल परम्परा को ऊर्जावान नवजीवन दिया।
हमीं वो उत्सवधर्मी लोग हैं जो अपने दिल में, अपने ब्यवहार में रिश्तों और उत्सवों को जिंदा रखे हुए है!
हमीं वो नासमझ लोग हैं जो अपनी खुशी दूसरों के साथ बांटकर खुश हो लेते हैं।
वैसे आजकल के तथाकथित समझदार बच्चे और अभिभावको को हमारी सनातन रंगभरी परम्परा से एलर्जी और गन्दगीं सी महसूस होने लगी है, और उस पर ये मुआ “कोरोना” की अफवाह भरी दहशत!
परन्तु सनद रहे, उमंग से रंग भरें हाथों को कभी हतोत्साहित न करें। सम्भव है आपके महंगे कपड़े और आपका फेशियल किया चेहरा, जरूर कुछ खराब हो जाएंगा परन्तु जब अपनों  की शोख, रंगीन शरारत का जबाब आप गर्मजोशी भरी मुस्कुराहट से देंगे, तो आपके  उदास लम्हों की सिसकती सी मुस्कान भी होली की रंगीन खिलखिलाहटों में बदल जाएगी!
महसूस करना, इससे आपकी होली का तरंग जिंदा रहेगा, रंग जिंदा रहेगा, उत्सव जिंदा रहेगा और, हमारा-आपका सम्पूर्ण समाज जिन्दा रहेगा।
पुनश्च रंग और उमंग भरे रंगोत्सव सहित हर उत्सव में आपके द्वारा न्योछावर रिश्तों की गरमाहट का अनहद आभार भरा आकाश भर बधाई।। 
अनवरत…
कृतज्ञता युक्त प्रणम्य अभिनन्दन
          🙏🙏–“संजय राजपूत”–🙏🙏

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