समाजवादी पार्टी की सांसद औऱ दिग्गज अभिनेत्री जया बच्चन ने मंगलवार को राज्यसभा में भाजपा सांसद और अभिनेता रवि किशन के ‘बॉलीवुड ड्रग्स यूज’ वाले बयान का पलटवार किया और कहा कि ‘कुछ लोग जिस थाली में खातें हैं, उसी में छेद करते हैं।’
बता दें कि जया ने शून्यकाल के दौरान ‘फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की कथित साजिश’ का मुद्दा उठाया था औऱ कहा था कि ‘कुछ लोग इसी इंडस्ट्री में नाम कमाकर इस जगह को गटर कहते हैं।’
जया ने कहा-”एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से निशाना बनाया जा रहा है। इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने वाले लोगों ने इसे नाली कहा है। मैं पूरी तरह से असहमत हूं। मुझे उम्मीद है कि सरकार ऐसे लोगों से इस तरह की भाषा का उपयोग ना करने के लिए कहेगी।”
“सिर्फ कुछ लोगों की वजह से आप पूरी इंडस्ट्री की छवि खराब नहीं कर सकते। मैं शर्मिंदा हूं कि कल लोकसभा के एक सदस्य ने इसके खिलाफ बोला जो खुद इस फिल्म इंडस्ट्री से हैं। ये शर्म की बात है।”
उनके आरोपों पर कंगना रनौत ने भी प्रतिक्रिया दी है औऱ पूछा है कि ‘क्या वह अपने बच्चों का शोषण होने पर भी ऐसा कहती।’
जया बच्चन के संसद में दिए बयान पर पूरे देश में जबरदस्त बहस छिड़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग उनके बयान को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रियाये दे रहे हैं।
आगे पढ़ें ऐसे ही कुछ दिलचस्प कमैंट्स जो जया बच्चन के लिए लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखें हैं…
“जिस थाली में खाना उसी में छेद करना”
काश जया बच्चन को इस मुहावरे का अर्थ बताने के लिए अमर सिंह जीवित होते !”
‘जया बच्चन जी के बच्चों को सोने की थाली में खाना मिलता है बना बनाया घर मिलता है बनी बनाई पोजीशन मिलती है ऑलरेडी पहले से प्लेटफार्म मिलता है तो वह दूसरे के दुख हर दर्द को कैसे समझेंगे जो इंडस्ट्री में स्ट्रगल करके अपना पैर जमा ता है अपने आप को साबित करता है उनसे पूछिए जिंदगी का सफर कैसा होता है इतना आगे बढ़ने के बाद सुशांत का अगर मर्डर हो जाता है तो इस इंडस्ट्री को गटर नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे?’
‘जया बच्चन समाजवादी पार्टी की सांसद हैं..उनकी मनोदशा समझने के लिए इतना ही काफी है’
‘जया बच्चन राम मन्दिर पर कुछ नही बोली.. कंगना का घर टूटा तब भी कुछ नही बोली.. सुशांत या दिशा केश में भी मौन ही रही…लेकिन ड्र्ग्स का नाम आते ही उछल पड़ी,, लगता है इनका भी कोई आका जरूर है’
‘जया भादुरी और अमिताभ बच्चन खुदगर्ज इंसान है जो इंसान कंगाली में उसे मदद करने वाला दोस्त अमर सिंह का नहीं हुआ उससे यही उम्मीद की जा सकती हैं उससे किसी भी प्रकार की उच्च विचारों की उम्मीद नहीं की जा सकती अवसरवादी और खुदगर्ज इंसानों से आप और हम क्या उम्मीद कर सकते हैं’
‘देश में बीजेपी कि सरकार 50,55 साल की उम्र के लोगों का रिटायरमेंट खुद कर रही है। तो क्या जया बच्चन को रिटायर नहीं करना चाहिए। या उन विधायकों, सांसदों का रिटायर नहीं करना चाहिए जो काम कुछ नहीं बस बकवास ज्यादा करते हैं। जयाजी जैसे लोगों के कारण ही ड्रग बढ़ावा मिलता है। उनकी भाषा तो यही है।’
‘जया जी जिस थाली में खाती हो उसी में छेद तो आप करती हो,जया बच्चन जी कगंना का अपमान किया गया उसका घर तोड़ा गया सुशांत सिंह राजपूत, दिशा सालियान की हत्या हो गई, ड्रग्स रैकेट और महिला के अपमान होने पर आपकी जुबान को क्या हो गया था मुंह में दंही जम गया था क्या?’
‘ये एक ऐसे कलाकार की पत्नी हैं जिनको पुरा देश सम्मान देता है। और जया जी ऐसी बात कहेंगी ये समाज के लिए बिल्कुल गलत संदेश जाएगा। क्या जया बच्चन जी ड्रग्स माफिया के साथ मिली है।’
‘शरीर के कद की तरह दिमाग भी छोटा और सोच भी छोटी। घिसी पीटी हेरोइन की अलावा कुछ नही है चुटकी। कंगना के ऊपर टिप्पणी करने लेवल नही है जया के पास। पहले रेखा और बिग बी का मैटर ही सुलझा लेती।’
‘जो लोग ड्रग नहीं लेते हैं, उन्हें क्यों डरना चाहिए। होने दो जाँच क्यों पेट में दर्द हो रहा हैं। रवि किशन जी को स्पष्ट बोलने के लिए धन्यवाद’
‘जया बच्चन जी, सुशांत सिंह, दिशा पटानी, संतो की हत्या ,नेवी के सैनिक मदन शर्मा जी के साथ शिव सेना के गुंडों के द्वारा मारपीट करने पर आप क्यों चुप थी। क्या आपके लिए पैसा कमाना देश और धर्म से बड़ा है।आप और आपका परिवार आतंकियो, टुकड़े टुकड़े गैग, बेगलुरू को जलाने वाले गद्दार, अर्बन नक्सलियों के के खिलाफ क्यों नहीं बोलता है। देश की जनता को बताया जाना चाहिए।’
‘जया अभिषेक को तो आप बहुत चाहती होंगी ऐसे ही दूसरों के बच्चे होते है समझी जया भादुड़ी वैसे आप की बदतमीजी के बार मीडिया में देखी गई है’
‘जया बच्चन जी, ये जिस थाली में खाते हैं का क्या मतलब होता है ? कोई हराम का खिलाता है क्या ? और अगर खिलाता है इसका मतलब क्या उसके हर अन्याय को सहा जाये, उसके कुकर्मों पे पर्दा डाला जाये ? बुढ़ापे में सठिया गयी लगती हो। बिल्ला नंबर 786 कल भी कुली था और आज भी कुली है जो फिल्म इंडस्ट्री में केवल नोटों से भरे हुए सूटकेस ढोता है। उससे भारत माता के झंडे उठाने की आशा रखना बेमानी है।’
‘ये जया और इसका पति पैसों के लिए कुछ भी कर सकता है, उद्धव ने कुछ नजराना पेश किया होगा ,तभी शायद अपराध के पक्ष में अपना समर्थन कर रही है’
‘इस बुढ़िया का कमीनापन देखिए…
कंगना का घर टूटा तब चुप रही..सुशांत की हत्या हुई, एक शब्द नहीं..
लेकिन ड्र्ग्स एवं माफियाओं का नाम आते ही नाचने लगी,,,,,,,लगता है ये भी पुड़िया सुंघती है’
‘इस देश में ड्रग व्यवसाय के बदौलत शानो शौकत की जिंदगी जी रहे हैं और देश तोड़ने की मंशा भी इसी पैसे के बल पर पाली जा रही है।वैसे पार्लियामेंट में ड्रग के पक्ष में लोग खड़े दिखें तो अपनी भूलों को सुधारिए नहीं तो हम सभी अपने बच्चों का हाथ पकड़कर पुनर्वास गृह के चक्कर लगा रहे होंगे और इन बच्चनों को कोई फर्क नहीं पड़ता है।’
‘जया बच्चन जैसे लोग भी जिस युवा पीढ़ी की बदौलत नाम, यश और दौलत कमाते हैं, उसी युवा पीढ़ी को नशे की भट्टी में झोंकते हैं। इनको डर होगा कि कहीं इनका भी कोई अपना जेल ना जाए। मेरी भारत सरकार से एक विनती है कि अब किसी भी बॉलीवुड के चेहरे को राज्य सभा से सांसद ना बनाया जाए। अब ये हमारे आदर्श नही रह गए हैं।’
‘कल से भक्त लोग जया_बच्चन को ट्रोल कर रहे है, बाकि बची खुची कसर अर्नब ने पूरी कर दी, जो सही भी है. भोजपुरी अभिनेता व भाजपा सांसद रवि_किशन ने लोकसभा मे बॉलीवुड की ड्रग्स गैंग पर जमकर हमला बोल दिया। इस पर जया बच्चन भड़क गई और वही रवि किशन को थाली मे छेद करने वाला कह दिया। समाजवाजी पार्टी से जुड़ी जया बच्चन बड़ी वाली सेक्युलर है, व लिबरल भी। जया बच्चन का व्यक्तित्व वामपंथी विचारों से प्रभावित रहा है। ये शुरू से बच्चन परिवार पर बेहद आक्रामक रही है। यह अपने आप को बेहद बड़ी बुद्धिजीवी व वाममार्गी समझती रही है। बच्चन परिवार मे अमिताभ बच्चन की भूमिका मनमोहन सिंह से ज्यादा नही रही है। रेखा का श्राप भी लगा है, जो आज यह दिन देखना पड़ रहा है, क्योकि भक्तों के हाथो ट्रोल होना किसी सजा से कम नही | पालघर हो या सुशांत या फिर कंगना वाला मामला अभी तक एक शब्द ना बोलने वाली इन महोदया का वामपंथ अचानक लोकसभा मे जाग गया। रवि किशन पर हमला बोल दिया, रवि किशन ने तो संयम का परिचय दे दिया, पर लगता है अभी भक्त लोग बख्शने के मूड मे नही है। समूचे सोशल मीडिया पर जया बच्चन वाला मामला ट्रेड कर रहा है, क्योकि भक्त समूह पिछले कुछ दिनों से भड़का हुआ है। जो भी बीच मे आयेगा वह ट्रोल किया जायेगा | अभी तो पार्टी शुरू हुई है। बाकि की गैंग भी एक एक करके सामने आने वाली है’
‘अपनी चिल्लमी बेटी को बचाने जया उतरी नाले में !! Boycott करो इन धर्म के दलालो का’
‘जया बच्चन जी, जब कांग्रेस और गांधी परिवार का साथ छोड़कर उनको दी थी गाली तब कहां थी तुम्हारी थाली? जब अमर सिंह से मदद लेकर एहसान फरामोशी करके उनको दी थी गाली तब कहां थी तुम्हारी थाली? बॉलीवुड के ड्रग्स माफिया पर तुमने मुंह में दही जमा ली अब कहां है तुम्हारी थाली? अपनी थाली में हजारों छेद करके कब से तुमने उसकी छलनी बना ली फिर भी देखते हो दूसरों की थाली? आप बोले तो अभिव्यक्ति की आजादी दूसरे बोले तो गाली क्या यही है तुम्हारी थाली?’
“पंजाब में युवा ड्रग्स ले तो उस पर फ़िल्म बनाइए क्योंकि वो एक समस्या है लेकिन फ़िल्म इंडस्ट्री में लोग ड्रग्स लेते हों तो उसका मुद्दा संसद में मत उठाइए क्योंकि ये थाली में छेद करने जैसा है। काहे भाई, फ़िल्म इंडस्ट्री के लोगों के लिए ड्रग्स मल्टीविटामिन बन जाता है क्या? गजबे है।”
‘जब आजम खान ने “जया प्रदा” जी पर अश्लील टिपणी की थी तब “जया बच्चन” ने अपनी ही पार्टी के महिला सहकर्मी के बचाव में एक लफ्ज भी नही कहा था. तो आज वो ड्रग्स पर उछल उछल कर बोल रही है, मतलब उसकी बेटी भी ड्रग्स लेती होगी’
*Disclaimer– उपरोक्त सभी कमैंट्स सोशल मीडिया द्वारा लिए गए हैं। ये लेखक के निजी विचार नहीं हैं।