BMC के बुलडोजरों को गौर से देखिए और समझिए की इन्टॉलरेंस क्या होता है, इनकी मक्कारी पर आपका कपाल चटक जायेगा। 6 साल से नरेन्द्र मोदी जी को लेकर इसी बॉलीवुड के महानुभावों ने क्या क्या नहीं कहा, क्या क्या नहीं लिखा लेकिन किसी पर एक कार्रवाई नहीं हुई।
थोड़ा और पीछे चलते हैं गुज़रात दंगों पर 11 साल तक मोदीजी के खिलाफ मीडिया ट्रायल चलता रहा लेकिन क्या गुज़रात में किसी मीडिया हाउस का घर गिराया गया या किसी विरोधी के खिलाफ बदले की कार्यवाही हुई?
अभी हाल में राजदीप सरदेसाई ने माफी भी मांगी मोदीजी के खिलाफ गलत कैम्पेन चलाने के लिए। कल्पना करिए अगर यही काम बीजेपी शासित राज्य में स्वरा भास्कर, सोनम कपूर या दीपिका पादुकोण के खिलाफ होता तो अब तक लिब्रांडू अपनी छाती पीट पीट के चक रोड बना दिये होते।
कंगना ने अभी तक जो स्टैंड लिया है वह सभी गलत चीजों के खिलाफ है फिर भी हमारे बीच में कुछ नवजात नेता हैं जो हर चीज में राजनीति देख रहे हैं, उल्टा सीधा बयान देकर कितना राजनीति में ऊपर ऊठ जाओगे उससे ज्यादा तो नजरों में गिर जाओगे। आज मै करणी सेना और आठवले की पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूरी भूरी प्रशंसा करुंगा जिनके सामने गरीबों का ठेला पलटने वाले गुंडे शिव सैनिक भाग खड़े हुए।
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बाबरी मस्जिद जब तोड़ी गई तब शिव सेना की बागडोर शेर बाला साहेब ठाकरे के हाथ में थी, अब बेबी पेन्गिउन के पापा के हाथ में। इसलिए ये नहीं चलेगा कि मेरे पापा देशी घी खाये थे मेरा हाथ सूंघ लो।
आज जबकि कंगना रनौत के एक बयान पर बुलडोजर चल गया। अब समझ में आया फासिस्ट कौन है?