नागपुर में एक वैवाहिक कार्यक्रम में डीजे बजाने से हुए कंपन (vibration) से मकान की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी और कई लोग उसमें दब गए. सौभाग्य से अधिकांश को निकाल लिया गया परंतु बहुत से पुरुष और महिलाएं और बच्चे बुरी तरह घायल हो गए.
इस घटना से तो यही साबित होता है कि डीजे अब साउंड बम बन चुका है जो लोगों की जिंदगियां बर्बाद कर रहा है.
अब आप कल्पना करिए कि यदि कई हजार वाट का डीजे बजाने से दीवार पर इतना बुरा प्रभाव पड़ता है तो ऐसे कार्यक्रम में डीजे बजाने से आपके दिल, आपके कान और दिमाग पर स्थाई रूप से कितना गंभीर और बुरा प्रभाव पड़ता होगा और पड रहा है।
इसके अलावा डीजे बजाते हुए बारात या कोई समारोह इत्यादि निकालने से रास्ते भर के सारे लोग, विद्यार्थी, बुजुर्ग या बीमार सभी परेशान हो जाते हैं.
आप सबने गौर किया होगा कि आसपास डीजे बजने से Vibration से आपके मकान की खिड़कियां किस तरह खड़खड़ाती हैं. इससे आप डीजे के घातक प्रभाव का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं.
ज़्यादातर डीजे 90 से 95 डेसिबल (db) तक की आवाज़ में काम करते हैं. आम तौर पर, ध्वनि का मानक 40 से 50 डीबी होता है. 80 डीबी की आवाज़ को आम आदमी आठ घंटे तक ही सहन कर सकता है. इससे ज़्यादा समय तक इस आवाज़ में रहने से कानों की सुनने की क्षमता प्रभावित होती है. 75 डीबी तक की आवाज़ को सुरक्षित माना जाता है. 85 डीबी से ज़्यादा की आवाज़ दिल की धड़कनें और रक्त के प्रवाह को बढ़ा देती है. 80 डीबी से ज़्यादा की आवाज़ से नुकसान पहुंचता है.
डीजे की आवाज़ के उच्च डेसिबल स्तर से मौज-मस्ती करने वालों और आस-पास के लोगों को अपरिवर्तनीय श्रवण क्षति हो सकती है. लंबे समय तक तेज़ संगीत के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता में कमी और टिनिटस हो सकता है. टिनिटस एक ऐसी स्थिति है जिसमें कानों में घंटी बजने या भिनभिनाने जैसी अनुभूति होती है.
जरा विचार करिए इस डीजे बजाने की मूर्खता से फायदा क्या है? यह सिर्फ फालतू का दिखावा है परंतु इसके प्रभाव बहुत ज्यादा घातक हैं.
सरकार का ध्वनि प्रदूषण विभाग आज तक इस मामले में संज्ञान क्यों नहीं ले रहा है ये समझ से परे है. वहीं दीवाली के पटाखों से प्रदूषण होने का स्वत: संज्ञान लेने वाला कोर्ट भी डीजे से होने वाले दुष्प्रभावों पर आज तक खामोश क्यों है ये बात भी समझ नहीं आती.
अतः कृपया आप सबसे अनुरोध है कि अपने किसी भी कार्यक्रम में डीजे बजाना बंद करिए और इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करिए और अपने मित्रों परिचित, संबंधी सभी को जागरुक करिए.