क्या निहाल सिंह और विशाल सिंह की हत्या के तार आपस में जुड़े हैं?

देवरिया के निहाल सिंह और विशाल सिंह हत्याकांड की जांच जिस दिशा में जा रही है, उसे लेकर स्थानीय लोगों में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। 

विशाल सिंह के बेहद करीबी रहे एक मित्र ने बताया कि एक शिकायती पत्र पुलिस को मृतक निहाल सिंह के परिवार वालों ने दिया था। जिसमें हत्या का आरोपी आशीष पांडे, अनुराग गुप्ता और दीपक मिश्रा को बताया गया था। परिजनों के अनुसार इस हत्याकांड के तीन चश्मदीद गवाहों के नाम भी पुलिस को लिखित रूप में दिए गए थे, उनके नाम हैं अमित सिंह, सुनील यादव और शिवम् सिंह।

1731450968874

विशाल के करीबी के अनुसार निहाल सिंह की हत्या के विरोध में विशाल सिंह न्याय की मांग कर रहे थे तभी उनकी भी हत्या हो गई। स्थानीय विधायक ने निहाल सिंह हत्याकांड पर आँखें बंद कर ली जबकि सजातीय मामला होता तो वे स्वयं पीड़ितों को न्याय दिलवाने के लिए पूरी तरह सक्रिय रहते। विशाल सिंह ने स्थानीय विधायक के इस उपेक्षापूर्ण रवैए को लेकर सवाल भी खड़े किए थे और विरोध भी जताया था।

IMG 20241119 WA0055

विशाल सिंह के एक अन्य करीबी का कहना है कि न्याय के लिए लड़ने वाले विशाल सिंह की हत्या भाड़े के शूटरों ने की और हत्या में भाड़े पर आए कुछ दूसरे संप्रदाय के लोगों के नाम होने के कारण इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है और उन असली अपराधियों को बचाया जा रहा है जिन्होंने पहले निहाल सिंह की हत्या की और बाद में पैसे देकर विशाल सिंह को भी मरवा दिया। इन लोगों के अनुसार मुख्य आरोपी आशीष पांडे, अनुराग गुप्ता और दीपक मिश्रा हैं। इनका एनकाउंटर किया जाना चाहिए। जो दूसरे धर्म के लोग पकड़े गए हैं या जिनको आरोपी बताया जा रहा है वो सिर्फ भाड़े के लोग हैं। जान बूझकर इस हत्या की साजिश रचने वाले असली हत्यारों को बचाने के लिए उन्हें चर्चा से दूर रख मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।

इन दोनों घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। वहीं मामले के सीएम योगी तक पहुंचने के कारण हत्या की इन दोनों घटनाओं का जल्द ही पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है।

वहीं करणी सेना भारत ने निहाल सिंह और विशाल सिंह की हत्या को लेकर आगामी 1 दिसंबर को देवरिया में एक बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया है। संगठन द्वार पूरे देश के लोगों से 1 दिसंबर को देवरिया पहुंचने का आह्वान किया गया है।

*Disclaimer– यह लेख स्थानीय लोगों की बातचीत पर आधारित है। यह लेखक के निजी विचार नहीं है।

 

error: Content is protected !!