जैसा की देखा जा रहा है, आजकल पूरे भारत में डेंगू बुखार (Dengue Fever) फैला हुआ है। इसलिए सभी लोग कृपया सावधानी बरतें और नीचे दिए गए उपायों को अपनाकर अपने तथा अपने परिवार को Dengue से सुरक्षित रखें।
डेंगू से बचने के उपाय (dengue se bachne ke upay in hindi)
ध्यान रखें डेंगू (Dengue) का मच्छर दिन में ही काटता है जब हम मच्छरों के प्रति काफी लापरवाह होते हैं। डेंगू (Dengue) का मच्छर घुटनों तक की ऊँचाई से ज्यादा नही उड़ सकता है। यह मच्छर जमीन से 2.5 फीट ऊपर ही उड़ सकता है इसलिए अपने पैरों और तलवों को ढककर रखें।
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बचाव हेतु अपने घुटनों से पैर के पंजे तक नारियल का तेल (coconut oil) लगायें। यह एक एंटीबायोटिक परत की तरह सुबह से शाम तक काम करता है। अपने आसपास जलजमाव न होने दें और मच्छर की दवा का छिड़काव अवश्य करते रहें।
डेंगू बुखार (Dengue Fever) कैसे फैलता है?
डेंगू (Dengue) एक ऐसी बीमारी है जिससे हर साल बहुत से लोगों की मृत्यु हो जाती है। यह एडीस इजिप्ती (Aedes egypti) नामक प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। यह तब फैलता है जब मच्छर ने पहले किसी रोगी को काटा हो और वह किसी स्वस्थ व्यक्ति के खून में उस वायरस को पहुँचा दे। एडीस इजिप्ती (Aedes egypti) मच्छर सुबह और शाम के समय काटता है। मच्छर के एक बार काटने से भी डेंगू (Dengue) होने की संभावना रहती है।
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बता दें कि दस साल से कम उम्र के बच्चों में डेंगू रोग की संभावना सबसे अधिक रहती है। डेंगू (Dengue) का इलाज समय पर करना जरूरी है, नहीं तो इसके कारण मृत्यु भी हो सकती है। डेंगू बुखार (Dengue Fever) के कारण बच्चों में मृत्यु दर 6 से 30% तक है और एक साल से कम के बच्चों में मृत्यु की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms in Hindi)
वैसे तो सिर्फ लक्षण देखकर ही नहीं खून की जाँच (Blood Test) के बाद ही वास्तव में डेंगू बुखार का पता चलता है फिर भी नीचे दिए गए लक्षणों से डेंगू बुखार (Dengue Fever) का अनुमान लगाया जा सकता है।
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डेंगू वायरस के (Dengue Virus) खून में फैलने के एक घंटे के अंदर ही जोड़ों (Joints) में दर्द शुरू हो जाता है और व्यक्ति को 104 डिग्री तक बुखार भी आ सकता है।
ब्लड प्रेशर (Blood pressure) का तेजी से गिरना, हृदयगति का कम होना, आँखों का लाल होना और दर्द होना, चेहरे पर गुलाबी दाने दिखना आदि डेंगू होने के लक्षण है।
भूख न लगना, सिर दर्द, ठंड लगना, बुखार आना। इन चीजों के साथ डेंगू की शुरुआत होती है। यह सभी लक्षण डेंगू (Dengue) के पहले चरण में होते हैं। यह चार दिन तक चल सकते है।
डेंगू (Dengue) के दूसरे चरण में बढ़ा हुआ शरीर का तापमान कम हो जाता है और पसीना आने लगता है। इस समय शरीर का तापमान सामान्य होकर रोगी बेहतर महसूस करने लगता है, लेकिन यह एक दिन से ज्यादा नहीं रहता।
डेंगू (Dengue) के तीसरे चरण में शरीर का तापमान पहले से और अधिक बढ़ने लगता है और पूरे शरीर पर लाल दाने दिखने लगते हैं।
डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Dengue in Hindi)
डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने पर क्या करें?
किसी को डेंगू (Dengue) हुआ हो तो हरी ईलायची के दानों को मुंह में दोनो तरफ रखे। ध्यान रखें इसे चबाये नही. खाली मुंह में रखने से ही खून के कण नार्मल होते हैं और प्लेटलेट्स भी बढ़ते हैं।
पपीते से डेंगू का उपचार (Papaya:Home Remedy for Dengue Fever Prevention in Hindi)
पपीते के पत्ते का रस शहद के साथ चमत्कार की तरह काम करता है। ऐसा देखा गया है कि इसके सेवन से 24 घंटे के भीतर प्लेटलेट काउंट बहुत तेजी से बढ़ता है।
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नीम से डेंगू का इलाज (Neem:Home Remedy for Dengue Disease in Hindi)
नीम के पत्तों का रस पीने से प्लेटलेट्स (Platelets) और सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली में भी सुधार करते है।
बकरी का दूध (Goat Milk:Home Remedy for Cure Dengue Fever in Hindi)
वैसे तो आजकल बकरी का दूध आसानी से मिला संभव नहीं है, लेकिन यदि यह मिले और किसी तरह सुबह शाम पी पाएं तो इससे प्लेटलेट्स काउंट आचार्यजनक रूप से बढ़ते हैं।
नारियल पानी का सेवन डेंगू में फायदेमंद (Coconut Water:Home Remedy for Cure Dengue Fever in Hindi)
इसके अलावा कीवी, नारियल पानी, ग्लूकोज, आदि लिक्विड बार बार देते रहें। छोटी इलायची के दाने मुंह में दबाकर रखें।
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जैसा की कहा जाता है कि ‘इलाज से बेहतर बचाव होता है’ इसलिए पूरी सावधानी बरतें और अपने तथा अपने परिवार को डेंगू (Dengue) के मच्छरों से बचाकर रखें। इस बीमारी को हल्के में बिल्कुल न लें।
“सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।
ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः”
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