भारत का विभाजन और कांग्रेस का इतिहास

Pushpendra Kulshrestha speech: पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ (Pushpendra Kulshrestha) को तो आप सभी जानते ही होंगे? वे दुनिया के कोने कोने में हिंदुत्व की अलख जगाने और अपने बेबाक भाषणों के लिए जाने जाते हैं। 
Pushpendra Kulshrestha ने अपने एक भाषण में विभाजन और भारत की आजादी के बाद से लेकर आज तक कांग्रेस के हिंदू विरोधी चरित्र को उजागर किया है। आइए जानते हैं उनके भाषण के कुछ मुख्य अंश।
Pushpendra Kulshrestha कहते हैं कि यदि हम बंटवारे के घटनाक्रम पर नजर डालें तो पाएंगे कि कांग्रेस पार्टी ने भारत के विभाजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस देश के कई संसाधनों पर मुसलमानों का पहला हक होने की बात कही है। आइए हम कांग्रेस पार्टी के इतिहास और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर एक गहरी नज़र डालते हैं।
कांग्रेस पार्टी और भारत का विभाजन
Pushpendra Kulshrestha कहते हैं कि भारत का विभाजन एक भयावह और दर्दनाक घटना थी। 565 रियासतों में बंटा हुआ देश, जिनमें से कई मुस्लिम रियासतें थीं, आज़ादी के बाद पाकिस्तान और भारत में बंट गया। इस विभाजन के दौरान हजारों लोगों की जान गई और कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। विभाजन की यह घटना इतनी भयावह थी कि उस रेलवे ट्रैक पर जहां से पाकिस्तान से भारत आने वाली ट्रेन गुजरी थी, वहां ट्रेन की बोगियों से खून गिरने के कारण रेलवे ट्रैक तक लाल हो गया था।
Pushpendra Kulshrestha के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने इस विभाजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एक ब्रिटिश पत्रकार को दिए गए अपने इंटरव्यू में खुद स्वीकार किया था। 
पं. जवाहरलाल नेहरू के इस इंटरव्यू का दुर्लभ वीडियो नीचे दिए गए लिंक पर जाकर देख सकते हैं-
Pushpendra Kulshrestha कहते हैं कि Congress ने देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उदाहरण के लिए, लाहौर जिसका नाम अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र जी के पुत्र लव के नाम पर पड़ा था, आज उसमें केवल 4-5 परिवार ही हिंदू रह गए हैं। जो हिंदू और सिख वहां से आए थे, उनकी संपत्तियों पर मुसलमानों ने कब्जा कर लिया।
वक़्फ बोर्ड और संपत्तियों पर कब्जा
Pushpendra Kulshrestha कहते हैं कि कांग्रेस सरकार ने 1954 में वक़्फ बोर्ड का गठन किया और उन्हें भारत में छोड़ी गई मुस्लिम संपत्तियों पर कब्जा करने का अधिकार दे दिया। इसके तहत, वक़्फ बोर्ड ने 90% संपत्तियों पर कब्जा कर लिया। जो हिंदू और सिख वहां से आए थे, उन्हें छह महीने से एक साल तक भयंकर गर्मी और सर्दी में बिना कपड़ों और खाने के रहना पड़ा।
Pushpendra Kulshrestha आगे बताते हैं कि कांग्रेस सरकार ने 1995 में एक और कानून बनाया, जिसके तहत वक़्फ बोर्ड किसी भी संपत्ति पर दावा कर सकता था और उसे अपना बना सकता था। 2013 में, सरदार मनमोहन सिंह की सरकार ने वक़्फ बोर्ड को अनलिमिटेड पावर दे दी, ताकि वे किसी भी संपत्ति पर दावा कर सकें। इसके साथ ही, यदि कोई वक़्फ बोर्ड की संपत्ति पर दावा करता है, तो वह कोर्ट नहीं जा सकता क्योंकि वहां का जज और वकील भी उसी कम्युनिटी से होंगे।
मुस्लिम आबादी और बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान
Pushpendra Kulshrestha के अनुसार Congress पार्टी ने भारत की जनसंख्या को जानबूझकर बदलने का प्रयास किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खुद कहा था कि बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान भारत में घुसपैठ कर रहे हैं और इससे भारत की जनसंख्या संरचना को बदला जा रहा है। इस प्रकार, कांग्रेस ने भारत को दारुल अमन से दारुल हरब और फिर दारुल इस्लाम बनाने की कोशिश की है।
राम मंदिर और कांग्रेस का रवैया
Pushpendra Kulshrestha कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से राम मंदिर के मुद्दे पर विरोध किया है। 1959 में, पंडित जवाहरलाल नेहरू अफगानिस्तान में बाबर की दरगाह पर गए थे और 1968 में इंदिरा गांधी भी बाबर की दरगाह पर गईं। 2007 में, कांग्रेस ने कोर्ट में दलील दी कि राम एक काल्पनिक पात्र हैं और उनका कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है।
इस प्रकार, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से हिंदुओं के हितों का विरोध किया है और उनके इतिहास को मिटाने की कोशिश की है। इस पार्टी ने देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटने में प्रमुख भूमिका निभाई है और मुसलमानों को भारत के संसाधनों पर पहला हक देने की बात कही है।
ये थे हिंदुत्व के रक्षक Pushpendra Kulshrestha के भाषण के कुछ अंश। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

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