–NEET जैसी सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने वाली प्रेरणा सिंह की संघर्षपूर्ण कहानी
नीट (NEET) को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए अक्सर छात्र महंगी कोचिंग का सहारा लेते हैं। लेकिन कोटा की रहने वाली प्रेरणा सिंह ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।
प्रेरणा ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद NEET की तैयारी शुरू की। लेकिन इसी दौरान उनके पिता का निधन हो गया, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गई। परिवार पर 27 लाख रुपये का कर्ज था और उनकी मां को सिर्फ 500 रुपये की पेंशन मिलती थी। ऐसे हालात में घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया। हालात इतने खराब हो गए कि परिवार को अपना घर छोड़ना पड़ा और वे सड़क पर आ गए।
संकट के समय भी नहीं छोड़ी पढ़ाई
कोरोना महामारी के कठिन समय में भी प्रेरणा ने हार नहीं मानी। उन्होंने छोटे से कमरे में, जहां बैठने की भी मुश्किल से जगह थी, दिन में 10-12 घंटे पढ़ाई की। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और 2022 में उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में NEET की परीक्षा 720 में से 686 अंकों के साथ पास कर ली। प्रेरणा ने ऑल इंडिया रैंक 1033 हासिल कर यह साबित किया कि मेहनत और संकल्प से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।
सभी के लिए प्रेरणा बनीं प्रेरणा सिंह
NEET पास करने वाली प्रेरणा की यह कहानी उन सभी छात्र-छात्राओं के लिए एक मिसाल है, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। उनका संघर्ष और सफलता यह दिखाती है कि चुनौतियां चाहे जितनी भी बड़ी क्यों न हों, उन्हें हिम्मत, मेहनत और लगन से हराया जा सकता है।
विकट परिस्थितियों के बावजूद NEET जैसी कठिन परीक्षा पास करने वाली प्रेरणा सिंह की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि यदि आपके इरादे मजबूत हैं तो जीवन की कोई भी बाधा आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। उनके जैसे दृढ़ निश्चयी लोग समाज के लिए एक प्रेरणा हैं।