Astro Tips in Hindi: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत कम परिवार ही ऐसे हैं जहां कोई कमी नहीं है। घर में धन दौलत, खुशियां, स्वास्थ्य हर कोई चाहता है लेकिन नकारात्मक ऊर्जा, ग्रहों की दशा और वास्तु दोष के कारण अधिकतर लोग परेशान हैं।
इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे आसान घरेलू उपाय, जिनसे आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा, वास्तु दोष और ग्रह दोष दूर होकर घर में सुख शांति और समृद्धि आएगी।
घर में सुख-शांति बनाए रखने का उपाय
यदि आपके घर में कलह का वातावरण बना हुआ है अथवा सुख-समृद्धि में कमी आ रही है, तो ज्योतिष शास्त्र में इसका सरल उपाय सुझाया गया है. प्रतिदिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें. साथ ही शुद्ध घी का दीपक जलाएं. मान्यता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर में सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है.
घर में सुख समृद्धि का वास न हो तो जीवन कठिन हो जाता है, बहुत मेहनत करने पर भी यदि घर में धन की कमी बनी रहती हो तो व्यक्ति को प्रात: काल उठने के बाद सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियों को जोड़ कर दर्शन करने चाहिए। हथेलियों के आगे के भाग में लक्ष्मी जी, बीच के भाग में सरस्वती जी और अंतिम भाग में विष्णु जी का वास होता है। जो व्यक्ति इस प्रकार करता है, उसके घर में धन दौलत बनी रहती है।
आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए घर की पहली रोटी गाय के लिए निकालनी चाहिए और अंतिम रोटी कुत्ते के लिए। ऐसा माना जाता है कि गाय में सभी देवी देवताओं का वास होता है। गाय को पहली रोटी खिलाने से सभी देवी देवता प्रसन्न होकर धन वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
जिस घर में स्त्रियों का सम्मान होता है, उस घर में धन की कभी कमी नहीं रहती है। इसके अलावा घर में बुजुर्गों का भी पूरा सम्मान होना चाहिए। स्त्रियों और बुजुर्गों का सम्मान होने से घर कि सुख समृद्धि बनी रहती है। प्रतिदिन सुबह पूजा करने के बाद घर के बड़ों का आशीर्वाद लेने का संस्कार बच्चों और घर के सदस्यों का होना चाहिए। घर के बुजुर्गों के आशीर्वाद से बड़े से बड़े दुःख भी कट जाते हैं और खराब से खराब ग्रह की दशा भी सुधर जाती है।
शाम को कार्यस्थल से घर वापस आते हुए, खाली हाथ घर वापस न आएं। घर के बुजुर्गों, बच्चों और स्त्रियों के लिए यथासंभव कुछ न कुछ जरूर लेते जाएं।
तुलसी और पीपल के पेड़ की पूजा करने वाले के घर में लक्ष्मी जी की कृपा सदैव बनी रहती है। तुलसी जी स्वयं लक्ष्मी का स्वरुप हैं।
सायंकाल में तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना और पीपल के पेड़ को शनिवार की सुबह जल देना और सायंकाल में उसकी जड़ों के पास सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि देव प्रसन्न रहते हैं और इससे घर में गरीबी, दुःख और क्लेश का वास नहीं रहता है।
सूर्य को प्रात: सूर्योदय के समय जल में रोली, फूल और अक्षत डालकर अर्घ्य देने से सूर्य ग्रह के फल शुभ रूप में प्राप्त होते हैं।
घर में प्रकाश की व्यवस्था सही रखें, अँधेरा न हो। दिन के समय सूर्य का प्रकाश घर में आता हो। यदि ऐसा सम्भव न हो तो घर में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा घर में बनी रहती है।
चंद्र ग्रह को ठीक करने के लिए चांदी का मोटा कड़ा हाथ में धारण करना चाहिए। दूध का सेवन रात्रि में न करके प्रात: काल करें।
बुध ग्रह को ठीक करने के लिए सुबह हरी इलायची का पाउडर शहद में मिलकर पीएं। इससे बुध ग्रह की शुभता बढ़ती है।
बृहस्पति ग्रह को शुभ करने के लिए एकादशी के व्रत का पालन करना चाहिए। एकादशी के व्रत के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। भोजन में हल्दी और दालचीनी का प्रयोग करने से भी बृहस्पति ग्रह शुभ होता है। कुंडली में बृहस्पति ग्रह यदि अशुभ होकर स्थित हो तो पीले रंग के वस्त्र धारण करने से बचना चाहिए। साथ ही सोने के आभूषण धारण करने से भी बचना चाहिए।
शुक्र ग्रह को शुभ करने के लिए छोटी कन्याओं का सम्मान करना चाहिए। छोटी कन्याओं को कुछ न कुछ उपहार में वस्तुएं देने से शुक्र शुभ होता है। छोटी कन्यायों को शुक्रवार के दिन खीर बनाकर खिलाने से भी शुक्र ग्रह की शुभता बढ़ती है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए गरीबों या जरूरतमंदों को शनिवार के दिन सरसों के तेल का दान करना चाहिए। छाया दान करने से भी शनि ग्रह की अशुभता दूर होती है। हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करने से शनि देव प्रसन्न रहते है, और उनकी दशा के फल शुभ रूप में प्राप्त होते है। हनुमान जी को माह में एक बार चौला चढाने से भी शनि देवी की कृपा बनी रहती है।स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए पीपल कि जड़ को तकिये के नीचे रखने से स्वास्थ्य में लाभ मिलता है।
धन वृद्धि के लिए दक्षिण दिशा की और सिर करके सोना चाहिए। उत्तर दिशा की और सिर करके सोने से भी स्वास्थ्य अनुकूल रहता है।
भंडार घर में कोयला और सभी धान्य किसी घड़े या बर्तन में भरकर रखने से भंडार कभी भी खाली नहीं होते हैं।
घर में ख़राब घड़ियाँ इधर उधर नहीं रखनी चाहिए। घड़ियाँ चलती होनी चाहिए। खराब होने पर उन्हें ठीक कराएं और ठीक न होने की स्थिति हो तो घर से बाहर कर दें।
जौ का आटा, काले तिल मिलाकर उसमें सरसों का तेल डालकर आटा गूंथ लें, इसकी रोटी बनाकर किसी भैंसे को खिला दें, इससे अकाल मृत्यु का भय टल जाता है।
घर में बच्चों की बुद्धि और विवेक अच्छा रहे, इसके लिए आवश्यक है कि घर में हर माह मंगलवार या शनिवार के दिन सुन्दरकाण्ड या रामायण का पाठ होता रहे।
बालक का मन पढाई में लगे इसके लिए सरस्वती माता का दर्शन पूजन करने की आदत बच्चे को डालनी चाहिए।
रविवार के दिन नमक का सेवन करने से बचें। और रविवार के दिन संभव हो तो व्रत का पालन करें।
शिवलिंग का प्रतिदिन अभिषेक करने से मानसिक रोग, क्रोध और आवेश में कमी होती है।
मंगलवार से लेकर शनिवार तक यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करे, तो उसके बड़े से बड़े संकट का समाधान होता है।
नजर दोष से बचाने के लिए सरसों के दाने और लाल मिर्च लेकर सिर से पैर तक घड़ी की विपरीत दिशा में सात बार घुमा कर जला देने या चौराहे पर फ़ेंक देने से नजर दोष दूर होता है।
हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करने से व्यक्ति का हर संकट दूर होता है।
घर में सुबह पूजा करने के बाद आरती में दो लौंग डालकर सारे घर में घुमाए, इससे घर की नकारात्मक शक्तियां दूर होती है।
रविवार की रात्रि दूध का भरा गिलास भरकर अपने सिरहाने रखे, और सुबह उठकर इसे किसी बबूल के पेड़ कि जड़ों में डाल दें।
आइए अब जानते हैं कि सप्ताह के सातों दिन घर से बाहर जाते समय क्या करना चाहिए :
- सोमवार के दिन घर से बाहर काम के लिए जाते समय अपना चेहरा दर्पण में देख कर निकलें।
- हनुमान जी कि कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी को बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाकर घर से बाहर निकलें।
- बुधवार के दिन घर से बाहर जाने से पहले धनिये की कुछ पत्तियां खाकर निकले।
- गुरुवार के दिन सरसों के कुछ दाने चबाकर निकलने से दिन शुभ रहता है।
- शुक्रवार के दिन दही खाकर घर से निकलने से दिन की शुभता बनी रहती है।
- शनिवार के दिन को शुभ करने के लिए घर से निकलने से पहले अदरक चबा कर निकलें।
- रविवार के दिन घर से बाहर जाने से पहले थोड़ा गुड़ खाकर निकलें।
जीवन की दौड़ में कभी आर्थिक परेशानी आ खड़ी होती है, तो कभी सफलता का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसी परिस्थितियों से निजात पाने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं. हालांकि यह ध्यान रखना आवश्यक है कि ज्योतिषीय उपायों का प्रभाव जातक की जन्मपत्री और ग्रहों की दशा पर निर्भर करता है. किसी भी उपाय को अपनाने से पूर्व किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना उचित रहता है.